आज़ादी अपनी बात कहने की
पर यूँ नहीं की दब जाये
विरोध करने वाली
हर आवाज़ हमारे शोर में
आज़ादी बेटियों को
जन्म लेने की
आज़ादी औरतों की
दलितों की ,गरीबों की
मजदूरों की ,उन सब की
जो टी.वी पर भाषण
नहीं दे सकते
जो कानून नहीं
खरीद सकते
जो ट्विट्टर पर
घोषित नहीं कर सकते
अपनी हर उपलब्धि
मिले ऐसी आज़ादी न जब तक
कैसा स्वतंत्रता दिवस ?
पर यूँ नहीं की दब जाये
विरोध करने वाली
हर आवाज़ हमारे शोर में
आज़ादी बेटियों को
जन्म लेने की
आज़ादी औरतों की
दलितों की ,गरीबों की
मजदूरों की ,उन सब की
जो टी.वी पर भाषण
नहीं दे सकते
जो कानून नहीं
खरीद सकते
जो ट्विट्टर पर
घोषित नहीं कर सकते
अपनी हर उपलब्धि
मिले ऐसी आज़ादी न जब तक
कैसा स्वतंत्रता दिवस ?
True...sirf naam Ki hi to azzadi hai!
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