कोरा कागज़ भी एक कहानी है
उन बातों की जो
शब्दों की खोखले जिस्मों
में समा न सकें
वो जो सत्य तो है पर
फिर भी परिभाषा
की पहुँच से परे
वो जो मान्यताओं में
हो निषेद
असीमित अभिप्राय
सफ़ेद पर काले -नीले
निशानों के बीच
के श्वेत निशब्द संवाद !
उन बातों की जो
शब्दों की खोखले जिस्मों
में समा न सकें
वो जो सत्य तो है पर
फिर भी परिभाषा
की पहुँच से परे
वो जो मान्यताओं में
हो निषेद
असीमित अभिप्राय
सफ़ेद पर काले -नीले
निशानों के बीच
के श्वेत निशब्द संवाद !
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